ChatGPT: पिछले कुछ समय से ChatGPT जितना पॉपुलर हो चुका है उतनी पॉपुलैरिटी इतने कम समय में किसी दूसरे बड़े ऐप्स को नहीं मिल पाई है. यहां तक की इंस्टा और वॉट्सऐप पर इतने कम समय में इतने यूजर्स नहीं आए थे. लेकिन ऐसा क्यों है? ChatGPT जैसे Chatbot में ऐसा क्या है जो इसे इतना लोकप्रिय बना रहा है.
आज इस सीरीज़ में हम Chatbot के बारे में बेसिक्स समझेंगे. सबसे पहले जानेंगे की चैटबॉट्स आख़िर होते क्या हैं और ये काम कैसे करते हैं. क्यों ऐसा कहा जा रहा है कि ये फ्यूचर में लोगों की जॉब्स खा जाएँगे और यहाँ तक कहा जा रहा है कि इंसानों को चैटबॉट्स से बड़ा ख़तरा भी है…
एक बड़ा सवाल आपके मन में भी आया होगा. वो ये है कि ये ChatGPT यूजर्स के सवाल का जवाब बिल्कुल इंसानों की तरह ही कैसे दे रहा है? इस आर्टिकल में हम ये भी समझाने की कोशिश करेंगे.
ChatBots क्या होते हैं?
Chat का मतलब तो आप जानते ही हैं — बातचीत करने को चैटिंग भी कहते हैं. Bot का मतलब ये है कि इंटरनेट बेस्ड ऐसा प्रोग्राम जो यूजर्स के साथ इंट्रैक्ट करता है. तो ये सिंपल है कि चैटबॉट आपसे बात करते हैं और आप इनसे सवाल कर सकते हैं. हालांकि चैटबॉट बनाने का मकसद सिर्फ बातचीत करना नहीं है, बल्कि चैटबॉट्स का इस्तेमाल मौजूदा समय में लगभग हर सेक्टर में किया जा सकता है. इसके बारे में हम आगे बताएंगे.
Chatbot या ChatGPT काम कैसे करता है?
ChatGPT भी एक Chatbot है मौजूदा समय में आप इसे दुनिया का सबसे एडवांस्ड चैटबॉट कह सकते हैं. अब ये जानते हैं कि ये ChatGPT काम कैसे करता है.
ChatGPT के काम करने का तरीक़ा आसान शब्दों में बताते हैं. आप इसे टूल की तरह समझिए जहां इसके क्रिएटर्स ने इसमें एक बड़ा डेटा सेट्स स्टोर किया है. इनमे अरबों टेक्स्ट, कॉन्वर्सेशन और आर्टिकल्स शामिल हैं. इस डेटा के साथ इस चैटबॉट को ट्रेन कराया गया है और इसी आधार पर यूज़र के सवालों का जवाब देता है.
चूँकि इसमें अरबों टेक्स्ट फ़ीड किए गए हैं, इसलिए किसी रेस्पॉन्स को तैयार करने में चैटबॉट को ज़्यादा वक़्त भी नहीं लगता है.
ChatGPT में कौन से एल्गोरिद्म का यूज किया गया है?
इस चैटबॉट के लिए ट्रांसफ़ॉर्मर एल्गोरिद्म का यूज किया जाता है जो न्यूरल नेटवर्क पर आधारित है. न्यूरल नेटवर्क को आसान शब्दों में समझें तो ये एक तरह का कंप्यूटर प्रोग्राम होता है जिसे इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि वो इंसानों के दिमाग़ के काम करने के तरीक़े को कॉपी करता है.
जैसे ह्यूमन ब्रेन काम करता है उसी तरह से ये भी काम करने की कोशिश करता है या यूँ कहें कि इसे ऐसे ट्रेन किया जाता है. ट्रांसफ़ॉर्मर एल्गोरिद्म दरअसल ChatGPT में फ़ीड किए गए डेटा या टेक्स्ट को एनालाइज करके ये ह्यूमन कॉन्वर्सेशन तैयार करता है.
ये ChatGPT में ऐसा क्या है जो ये इंसानों की तरह बातचीत कर रहा है?
दरअसल ChatGPT या इस तरह के दूसरे चैटबॉट्स को ह्यूमन कॉन्वर्सेशन की तरह ही ट्रेन किया जाता है. जैसे दो लोग आपस में बातचीत कर रहे हैं ठीक उसी तरह यहाँ भी होता है.
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